सूरज से गुफ्तगू #41

दिखोगे या नहीं दिखोगेकब से खड़ी हु रास्ता देखेकुछ बोलोगे या नहीं बोलोगेतेरी कहानी को सुनने को कान है तरसेमेरी तरह दिलचस्प न सहीपर कहानी तो तेरी भी होगीमेरी तरह बेख़ौफ़ न सहीमोहब्बत तो तूने भी की होगीचल अब आ भी जाऐसे न सत्तामोहब्बत का इज़हार कर भी जाऐसे न मुझसे तू अपनी कहानी छुपाContinue reading “सूरज से गुफ्तगू #41”

सूरज से गुफ्तगू #40

तुजसे बार बार मोहब्बत हो रही हैकभी तेरी गुस्ताखियों सेतो कभी तू मुझे जैसे देखे, उस नज़र सेकभी तेरी मुस्कराहट सेतो कभी तू जैसे मेरे करीब आये, उन बाहो सेकभी तेरी अनकही बातो सेतो कभी तू रूठ जाये, उस अंदाज़ सेबस तुजसे बार बार मोहब्बत हो रही हैकभी तेरी हरकतों से, तो कभी, बेवजह सहीContinue reading “सूरज से गुफ्तगू #40”

सूरज से गुफ्तगू #35

सब कुछ हो के अब कुछ नहीं रहाहमारे दरमियान अब कुछ न रहातू आना मुझसे मिलने अगर चाहे तोक्युकी मेरे पास अब तुजसे मिलने का कोई बहाना न रहा Read More: सूरज से गुफ्तगू #34

सूरज से गुफ्तगू #34

तू ख्वाब है मेरा पर पूरा नहींतू मेरा है पर मेरा नहींतू प्यार है मेरा पर अधूरा नहींतू सूरज है पर सवेरा क्यों नहीं Read More: सूरज से गुफ्तगू #33

सूरज से गुफ्तगू #30

जो देखना चाहता है तो देख लेता हैवरना न जाने कहा छुप जाता हैमै इंतज़ार करती हूँ की तू अब आएगापर तुजे न जाने मुझे यु परेशां देख, क्या चैन आता है. Read More: सूरज से गुफ्तगू #29

सूरज से गुफ्तगू #29

तू आया तो है फिर से आजपर तू सवेरा नहीं, अँधेरा लाया हैक्या बात हुई, क्या कोई बात अधूरी छूटिया फिर बस मेरे अंदर का अन्धेरा तुज पर भी छाया हैं Read more: सूरज से गुफ्तगू #28

सूरज से गुफ्तगू #27

न देखु तुजेतो ज़िंदा ही रहती हूँन देखु तुजेतो वफ़ात से न मिल पति हूँन देखु तुजेतो उन गैरो में भी तुजे ही ढूंढ़ती हूँन देखु तुजेतो बस गुमसुम सी रहती हूँन देखु तुजेतो शोर में भी ख़ामोशी ढूंढ़ती हूँअब क्या बताऊ न देखु तुजेतो किसी बात का गम नहीं होतापर जो न देखु तुजेतोContinue reading “सूरज से गुफ्तगू #27”

सूरज से गुफ्तगू #26

अब दूर दूर बैठ कर बातें नहीं होंगीअब तो मुलाकाते होंगीअब बेज़ुबान रात नहीं होंगीअब तो सन्नाटो में भी शरारत होगीबहुत रो ली मेरी आँखे तेरे बगैरबहुत तोड़ लिया अपना दिल, तूने मेरे बगैरतनहा न तू होगा न अब मैंशायद इसलिए, ए सूरज, आया है अब अपना समयअब सिर्फ आँखों आँखों में बातें नहीं होंगीधीरेContinue reading “सूरज से गुफ्तगू #26”