अब तक उलझी हु अपने सवालो में
दो-चार सवाल तू भी पूछ ले,
शायद कुछ सुलझ जाये
बंधी घुटन की डोर, शायद टूट जाये.
अब तक उलझी हु अपने सवालो में
दो-चार सवाल तू भी पूछ ले,
शायद कुछ सुलझ जाये
बंधी घुटन की डोर, शायद टूट जाये.
what are your views?
It is truth that liberates,
Not your effort to be free.
-Jiddu Krishnamurti